इस कहानी में एक जादुई कंघी Hindi kahani with Moral For kids के बारें में बताया गया है इस कहानी में बच्चो को बहुत अच्छी सिख मिलेगी |
तभी वहां पर एक कोमल को किसी की आवाज सुनाई देती है वह बोलती है की मत रो कोमल तब कोमल ने सामने देखा तो उसे एक कंघी दिखाई देती है जो की एक बोलने वाली कंघी है तब कोमल थोडा सा डर जाती है और बोलती है की तुम कौन हो | तब वह कंघी बोलती है की मै एक जादुई कंघी हूँ और तुम्हारे अच्छे कामों से खुश होकर तुम्हारे पास आई हूँ | कंघी को बात करते हुए देखकर कोमल थोड़ी हैरान होती और बोलती है क्या तुम मेरी मदत कर सकती हो कंघी ने बोला हा मई तुम्हारी मदत करुँगी |
तब वह कंघी को लेकर अपने साथ लेकर घर चली जाती है और उस कंघी से अपने बाल झारने लगी और अकेले में अपने मन की सारी बात उस कंघी से किया करती थी एक दिन कोमल कोमल अपनी कक्षा में अच्छे अंक लाती है और आके उस कंघी से बताती है की आज कक्षा में परीक्षा हुआ था और मैंने बहुत अच्छे अंक लाये लेकिन फिर भी कक्षा में मेरा कोई भी दोस्त नहीं है सब मेरे साथ बुरा बर्ताव करते है मुझे एक अच्छा दोस्त चाहिए जादुई कंघी ने कोमल की सारी बातें ध्यान से सुनी और धीरे धीरे जादुई कंघी के प्रयोग से कमल पढने में और भी अच्छी हो गई थी और धीरे धीरे उसके सर के बाल काले आर घने हो गए | जिसकी वजह से वह काफी सुन्दर दिखने लगी थी | कोमल को आगे बढ़ता देखकर उसकी सारी सहेलियां उससे दोस्ती और बाते करना चाहती थी | और उसके सभी सहेलियां बोलने लगी कोमल तुम्हारे बाल अचानक से लम्बे और घने कैसे हो गए लेकिन कोमल ने उस जादुई कंघी के बारे में किसी को नहीं बताया |
फिर एक दिन कोमल अपने घर में बैठकर उस जादुई कंघी से बात कर रही थी तभी वहां से उसकी दोस्त रीना जा रही थी उसने उसको जादुई कंघी से बात करते हुए देख किया और समझ गई की ये सब इस जादुई कंघी की वजह से हुआ है फिर रीना वहां से चली जाती है अगले दिन जब कोमल घर पर नहीं रहती है तब रीना उसके घर जाके उस जादुई कंघी को चुरा कर उसके जैसे दिखने वाली दूसरी कंघी वहां रख देती और उस जादुई कंघी को अपने घर लेकर आती है |
जब कोमल घर पर आती है तो वह उस कंघी से बात करती है लेकिन वह कंघी कोई जवाब नहीं देती है और उधर रीना उस कंघी से बाल झारने लगती है लेकिन बाल अच्छे होने के बजाय उसके बाल टूट के गिरने लगते है फिर रीना तब शीशा में अपने बाल देखती है तो वह रोने लगती है तभी उसकी रोने की आवाज सुनकर कोमल वहां पहुच जाती है और जादुई कंघी से कहती है की वह रीना की बाल वापस कर दे और उसे और भी सुन्दर बना दे |
फिर रीना ने उस जादुई कंघी से बाल बनाये तो उसके बाल पहले से भी ज्यादा लम्बे और सुन्दर हो गए तब रीना को अपनी गलती का पछतावा होने लगा और कोमल से कहती है की तुमने मेरी बहुत मदत की है आज से तुम मेरी बहुत अच्छी दोस्त हो और मै हमेशा दोस्ती निभाउंगी | तब जादुई कंघी कहती है की कोमल तुम्हारी अच्छी व्यहार के कारण आज तुम्हे एक अच्छी दोस्त मिल गई है अब मेरा काम ख़तम हो गया तुम दोनों हमेशा साथ रहना और एक दुसरे की मदत करना |
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है की हमें कभी भी किसी का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए और सबकी मदत करनी चाहिए
जादुई कंघी | Hindi kahani with Moral For kids
एक समय की बात है की एक शहर में एक कोमल नाम की एक लड़की रहती थी | वह बहुत ही शांत और सुशील लड़की थी लेकिन उसमे एक ही कमी थी उसकी सर पर बाल बहुत कम थे जिसकी वह से उसकी सारी दोस्त उसका मजाक बनाया करती थी और बोलती कोमल कुछ दिनों में गंजी हो जाएगी | कोमल अपने मजाक को चुप चाप सुन लेती थी और बिना कुछ सोचे समझे अपने दोस्तों की मदत करती थी | कोमल सबके साथ अच्छा व्यहार करती थी लेकिन तब भी उसकी सारी सहेलिया उससे दूर रहती थी उसकी सब सहेलिया साथ खाना खाती पढ़ती और खेला करती थी लेकिन कोमल के साथ कोई भी न खाना खाता नाएके ही खेला करती थी इसलिए वह हमेशा अकेले रहती थी और बहुत ही दुखी रहती थी एक दिन वह अकेले बैठ के रो रही थी और बोलती है हे भगवान मैंने तो किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा तो आपने मुझे ऐसा क्यू बनाया और रोये जा रही थी |तभी वहां पर एक कोमल को किसी की आवाज सुनाई देती है वह बोलती है की मत रो कोमल तब कोमल ने सामने देखा तो उसे एक कंघी दिखाई देती है जो की एक बोलने वाली कंघी है तब कोमल थोडा सा डर जाती है और बोलती है की तुम कौन हो | तब वह कंघी बोलती है की मै एक जादुई कंघी हूँ और तुम्हारे अच्छे कामों से खुश होकर तुम्हारे पास आई हूँ | कंघी को बात करते हुए देखकर कोमल थोड़ी हैरान होती और बोलती है क्या तुम मेरी मदत कर सकती हो कंघी ने बोला हा मई तुम्हारी मदत करुँगी |
जादुई कंघी | Hindi kahani with Moral For kids
तब वह कंघी को लेकर अपने साथ लेकर घर चली जाती है और उस कंघी से अपने बाल झारने लगी और अकेले में अपने मन की सारी बात उस कंघी से किया करती थी एक दिन कोमल कोमल अपनी कक्षा में अच्छे अंक लाती है और आके उस कंघी से बताती है की आज कक्षा में परीक्षा हुआ था और मैंने बहुत अच्छे अंक लाये लेकिन फिर भी कक्षा में मेरा कोई भी दोस्त नहीं है सब मेरे साथ बुरा बर्ताव करते है मुझे एक अच्छा दोस्त चाहिए जादुई कंघी ने कोमल की सारी बातें ध्यान से सुनी और धीरे धीरे जादुई कंघी के प्रयोग से कमल पढने में और भी अच्छी हो गई थी और धीरे धीरे उसके सर के बाल काले आर घने हो गए | जिसकी वजह से वह काफी सुन्दर दिखने लगी थी | कोमल को आगे बढ़ता देखकर उसकी सारी सहेलियां उससे दोस्ती और बाते करना चाहती थी | और उसके सभी सहेलियां बोलने लगी कोमल तुम्हारे बाल अचानक से लम्बे और घने कैसे हो गए लेकिन कोमल ने उस जादुई कंघी के बारे में किसी को नहीं बताया |
फिर एक दिन कोमल अपने घर में बैठकर उस जादुई कंघी से बात कर रही थी तभी वहां से उसकी दोस्त रीना जा रही थी उसने उसको जादुई कंघी से बात करते हुए देख किया और समझ गई की ये सब इस जादुई कंघी की वजह से हुआ है फिर रीना वहां से चली जाती है अगले दिन जब कोमल घर पर नहीं रहती है तब रीना उसके घर जाके उस जादुई कंघी को चुरा कर उसके जैसे दिखने वाली दूसरी कंघी वहां रख देती और उस जादुई कंघी को अपने घर लेकर आती है |
जब कोमल घर पर आती है तो वह उस कंघी से बात करती है लेकिन वह कंघी कोई जवाब नहीं देती है और उधर रीना उस कंघी से बाल झारने लगती है लेकिन बाल अच्छे होने के बजाय उसके बाल टूट के गिरने लगते है फिर रीना तब शीशा में अपने बाल देखती है तो वह रोने लगती है तभी उसकी रोने की आवाज सुनकर कोमल वहां पहुच जाती है और जादुई कंघी से कहती है की वह रीना की बाल वापस कर दे और उसे और भी सुन्दर बना दे |
फिर रीना ने उस जादुई कंघी से बाल बनाये तो उसके बाल पहले से भी ज्यादा लम्बे और सुन्दर हो गए तब रीना को अपनी गलती का पछतावा होने लगा और कोमल से कहती है की तुमने मेरी बहुत मदत की है आज से तुम मेरी बहुत अच्छी दोस्त हो और मै हमेशा दोस्ती निभाउंगी | तब जादुई कंघी कहती है की कोमल तुम्हारी अच्छी व्यहार के कारण आज तुम्हे एक अच्छी दोस्त मिल गई है अब मेरा काम ख़तम हो गया तुम दोनों हमेशा साथ रहना और एक दुसरे की मदत करना |
Moral of Hindi Story
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है की हमें कभी भी किसी का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए और सबकी मदत करनी चाहिए
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